उस एक विराटपुरुष के अंग ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र हैं।
क्षत्रिय की प्रसन्नता पर ब्राह्मण का हृदय प्रफुल्लित हो। ब्राह्मण की निंदा पर क्षत्रिय क्रोधित हों। शूद्र के उत्कर्ष पर ब्राह्मण को आह्लाद हो। वैश्य की हानि पर क्षत्रिय व्यथित हों।
एक शरीर के अंगों में कैसा द्वेष?
कांग्रेस की मानसिकता
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2024 में कांग्रेस सरकार आते ही, हम पूरे देश में दलित, आदिवासी और पिछड़ों को उनका हक़ देंगे। 50% आरक्षण की LIMIT को भी हटाएंगे
परंतु सवर्ण समाज के लोगों को कुत्तों की तरह सताया जाएगा।
@RahulGandhi
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